शिवसेना ने बहुत बड़ा तीर मारने का काम नही किया! – मुज़फ़्फ़र हुसैन
जो लोग शिवसेना में गए, ये वही लोग या तो हॉकर्स है, या हॉकर्स से हफ्ता वसूल करने वाले है!

मीरा भाईंदर, प्रतिनिधि : आनेवाले लगभग डेढ़ साल के भीतर मीरा भाईंदर महानगपालिका के चुनाव होनेवाले हैं ऐसे में शहर की सभी राजनैतिक पार्टियों ने अपनी अपनी चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है। इसी के चलते मीरारोड पुर्व के नयानगर मुस्लिम बहुल क्षेत्र में सोमवार 22 फरवरी को शिवसेना द्वारा पक्ष प्रवेश का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोगों ने शिवसेना का दामन थामा है। वैसे तो मीरारोड का नयानगर इलाका कॉंग्रेस पार्टी का गढ़ माना जाता है और इस तरह शिवसेना ने कार्यकर्ताओं का पक्ष प्रवेश करवा कर एक तरह से कॉंग्रेस को चुनौती देने की कोशिश की है।
इसी कार्यक्रम के पृष्ठभूमि पर कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता मुज़फ़्फ़र हुसैन ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, शिवसेना ने कोई बहुत बड़ा तीर मारने का काम नहीं किया है! जिन लोगो को कल शिवसेना ने प्रवेश दिया, वो लोग यहाँ पर हफ़्ताखोरी करते है, हॉकर्स से हफ्ता वसूल करते है। मनपा में पिछले पांच सालों से भाजपा सत्ता में है और गीता जैन भाजपा की महापौर भी रह चुकी है, और वो आज भी भाजपा की ही नगरसेविका है। मीरा भाईंदर में जो बाजार लगते है उसका टेंडर निकालने का काम भाजपा और शिवसेना मिलकर करती हैं। फेरीवालों से हफ्ता लेने का काम, भाजपा और सेना के यही लोग करते हैं। और कल जो लोग शिवसेना में गए, ये वही लोग या तो हॉकर्स है, या हॉकर्स से हफ्ता वसूल करने वाले है, जिन्हें कॉंग्रेस के नगरसेवक मनपा प्रसाशन की मदद से हटाकर आम लोगो को राहत देने की कोशिश करते है। वह अपने आप को बचाने के लिए, गैरकानूनी कारोबार को अभय मिलने के लिए शिवसेना में गए हैं।
मुज़फ़्फ़र हुसैन ने आगे कहा कि, महापौर के बतौर काम करते वक्त क्या गीता जैन जी को पता नही था, की कैसे योजनाए अमल में लाई जाती है? गीता जी को क्या इतना भी नही पता, की अल्पसंख्यकों में मुस्लिम समाज के साथ साथ, जैन, सिख और क्रिश्चन भी होते है? और अगर वो भाजप के खिलाफ भाषण कर रह थी, तो वह भाईंदर वेस्ट में जहाँ वे खुद भाजपा की पार्षद है, उस बावन जिनालय इलाके में जाकर उन्हें जैन समाज के बीच मे इन योजनाओं के बारे में बताना जरूरी था। आज शिवसेना के साथ अपक्ष आमदार के बतौर आप चल पड़े हो, लेकिन अब भी आपने भाजपा के नगरसेवक के पद से इस्तीफा नही दिया है जिससे पता चलता कि उन्हें सत्ता का लोभ है!
आज तक मिरा भाईंदर में जो कुछ कॉंग्रेस पार्टी ने किया है, हमने किया है, वो अपने खुद के पैसे से किया है। और अगर वो कब्रस्तान में सरकारी पैसा लाने की बात कर रही है, तो वो हिन्दू स्मशानभूमि में वह पैसा लाने की बात क्यों नही करती, क्रिश्चन बरियल ग्राउंड के लिए फंड लाने की बात करो, आपके जैन मुनि और साधुओं का जब देहांत होता है, तो उनके लिए स्वतंत्र अन्त्यविधि के लिए जगह जरूरी होती है, उसके लिए फंड लाइये! इस तरह समाज मे भावना भड़काने का, धार्मिक भावना उछालने का यह कार्य उचित नही है!
कॉंग्रेस नेता मुज़फ़्फ़र हुसैन ने शिवसेना के इस कार्यक्रम पर कड़ी आपत्ति जताई है और बहुत ही तीखे शब्दों में प्रतिक्रिया व्यक्त की है अब देखना होगा कि इसपर विधायिका गीता जैन क्या पलटवार करती हैं? और उनकी ओर से क्या प्रतिक्रिया आती है लेकिन इसी बहाने शहर की राजनीति में काफ़ी गर्माहट जरूर आई है और यही गर्माहट आगे क्या रंग लाती है ये तो आनेवाला समय ही बताएगा!