हिंदू धर्म के लिए छत्रपति संभाजी महाराज ने दी प्राणों की आहुति!- एड. रवि व्यास, भाजपा जिलाध्यक्ष
भाईंदर, प्रतिनिधि: महाराष्ट्र विधानसभा के विरोधीपक्ष नेता तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अजित पवार द्वारा महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में छत्रपति शिवाजी महाराज के उत्तराधिकारी संभाजी महाराज के बारे में विवादास्पद बयान देने कारण भाजपा को विरोध जताने का एक और कारण मिल गया है। सदन में चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि छत्रपति संभाजी महाराज धर्मवीर नहीं थे। उनके इस वक्तव्य के विरोध में आज मीरा भाईंदर भाजपा जिला मध्यवर्ती कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया गया।
इस विरोध प्रदर्शन में मीरा भाईंदर शहर के भाजपा के प्रदेश जिला तथा मंडल के सभी पदाधिकारी और भारी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। जिला अध्यक्ष एड. रवि व्यास ने कहा कि सत्ता हाथ से जाते ही एनसीपी बौखला गई है। यही कारण है कि वह अत्यंत पराक्रमी तथा धर्म के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले छत्रपति संभाजी राजे महाराज के बारे में अपमानजनक वक्तव्य दे रही है।
उन्होंने कहा कि मुगलों द्वारा धोखे से गिरफ्तार होने के बावजूद छत्रपति संभाजी महाराज ने हिम्मत नहीं हारी। औरंगजेब द्वारा इस्लाम धर्म अपनाने की मांग को ठुकराते हुए उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी। मुगल एक महीने तक क्रूरता पूर्वक उन्हें प्रताड़ित करते रहे, उनकी आंखें फोड़ दी गई। जीभ काट दी गई,परंतु उन्होंने इस्लाम धर्म कबूल नहीं किया।
छत्रपति संभाजी महाराज ने अपने कम शासनकाल में 210 युद्ध किए और उनकी सेना एक भी युद्ध में पराभूत नहीं हुई। ऐसे महान वीर और हिंदू धर्म के प्रति अगाध प्रेम रखने वाले छत्रपति संभाजी महाराज के बारे में यह कहना कि वे धर्मवीर नही थे, उनके साथ साथ वीरों की धरती कही जाने वाली महाराष्ट्र की भूमि का भी अपमान है।
भाजपा द्वारा किए गए इस विरोध प्रदर्शन के अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने अजित पवार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी करते हुए उनका पुतला जलाकर अपना विरोध जताया।