संपादक: मोईन सय्यद/भाईंदर प्रतिनिधि
भाईंदर: महाराष्ट्र स्टील उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष व शिवसेना प्रवक्ता शैलेश पांडे एवं नगरसेविका स्नेहा पांडे ने मिरा भाईदर महानगरपालिका के आयुक्त दिलीप ढोले से व्यक्तिगत मिलकर निवेदन पत्र देकर बाफिंग कचरा शुल्क रद्द करने का निवेदन पत्र देकर चर्चा की।
साथ ही विधायक प्रताप सरनाइक के साथ आयुक्त से साथ दुबारा मीटिंग में भी शैलेश पांडे ने इस विषय को पुनः रखा।
सांसद राजन विचारे, विधायक प्रताप सरनाइक एवं विधायक गीता जैन को महाराष्ट्र स्टील उद्योग एसोसिएशन ने बाफिंग कचरा शुल्क रद्द करने का लिखित निवेदन भी दिया है।
शैलेश पांडे का कहना है कि पिछले दो वर्षो से चल रहे कोरोना संकट के कारण लघु उद्योजको एवं बाफिंग कारखानदारो की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है और इसी प्रकार से स्टील उद्योग पर कई प्रकार के टैक्स लगाए गए हैं जो कि अन्याय कारक है।
१) औद्योगिक गालों का पानीपट्टी दर बढ़ाया गया जिससे पानी का बिल पहले से ज्यादा भरना पड़ रहा है।
२) पोट माला एवं अतिरिक्त बांधकाम दंड शुल्क वसूला जा रहा है।
३)औद्योगिक गालों पर परवाना शुल्क लगाया गया जो कि पहले नही था।
४) और अब बाफिंग कचरा शुल्क यदि लगाया है।
शैलेश पांडे का कहना है कि अगर यह शुल्क लगाया जाता है तो छोटे कारखानदारों की कमर ही टूट जायेगी और छोटे कारखानदारों को धंधा करना मुश्किल हो जायेगा।
कोरोना संकट में कई गाले पहले ही बंद हो गए, कई छोटे व्यवसायि भुखमरी के कगार पर है। बेरोजगारी एवं मंहगाई बढ़ गई है, बफिंग कचरा शुल्क बढाने का यह सही समय नही है अतः इसे कृपा करके अपने शहर का उद्योग बचाने के लिए तुरंत रद्द किया जाए ऐसी मांग की गई है।